मन की शक्ति 


 आत्मविश्वासी  व्यक्ति सदा आशावादी होता है, क्योंकि वह कठिनाइयों में  कोई ना कोई रास्ता अवश्य ढूंढ लेता है। संशय करने वाला व्यक्ति सदा निराशावादी होता है।  वह अपने सामने  मौजूद रास्ते को भी नहीं देख सकता,क्योंकि वह अन और ट्विटर की दुनिया मैं पड़ा रहता है कोई अवसर को व्यर्थ ही खो देता है आत्मविश्वास कार्य योग्यताओं के सारे त्यौहार खोल देता है तथा व्यक्ति में कार्यकुशलता उत्पन्न करता है जब हम अपने द्वारा महान कार्यों के संपन्न होने की निरंतर आशा करते रहते हैं तो यह विचार हमारा स्वभाव बन जाता है और उनकी प्रेरणा से हम अपने अंदर छिपी हुई तमाम शक्तियों को खोज निकालते हैं आत्मविश्वास एक दिव्य दू है जो ईश्वर ने मनुष्य के मार्गदर्शन के लिए संसार में भेजा है जब भी  मनुष्य संदेश है और पाप के विचारों से अंधा हो जाता है तब आत्मविश्वास ही उसका  उद्धार  कर सकता है जब तक मनुष्य को यह दृढ़ विश्वास में हो कि वह जिस पदार्थ को प्राप्त करने चला है उसे अवश्य ही प्राप्त कर सकता है तब तक वह उस पदार्थ को प्राप्त करने के लिए उस अटूट निष्ठा से काम कर सकता है जो सफलता के लिए आवश्यक है जब उसे यह पक्का निश्चय हूं कि वह काम कर सकता है काम करने में पूरी तरह समर्थ है काम की तुलना में कहीं अधिक शक्ति से युक्त है तभी अपने  काम में वह पूरी सफलता प्राप्त कर सकता है उस व्यक्ति को एक कुशल व्यापारी बनने में नए गाने कितनी देर लगेगी जो हर समय अपनी शक्तियों पर संदेह करता रहता है करूं या नहीं करूं  की दुविधा में उलझा रहता है जब उसके अंतः करण में अपनी योग्यता पर ही विश्वास नहीं तो वह क्या भला सफल हो सकता है नहीं इस प्रकार की मनोवृति ऐसी नहीं की जिसे लेकर कोई बहुमूल्य कार्य किया जा सके मन को ऐसे ही अग्रणी होना चाहिए आज्ञा के चलना चाहिए शरीर और इंद्रियां उसी का अनुसरण करती है कपड़ा बुनने से पहले उसके ताने-बाने का नमूना सोच लिया जाता है ठीक इसी प्रकार अपने कार्य के सफल स्वरूप का आकार प्रकार पहले ही देख लिया जाता है हम सदा खुशी और मुंह करते करते और आगे बढ़ते हैं जिधर हमारा विश्वास हमें ले जाता है जिस काम को पूर्ण करने के विषय में अपने सामर्थ्य पर हमारा दृढ़ विश्वास होता है उसी काम को हम पूर्ण कर सकते हैं एक नवयुवक को धन संपदा अर्जित करने में कितना समय लगे जरा भी विश्वास में हो कि वह धन उपार्जित कर सकता है यदि उसके मन में विश्वास गया कि संसार में केवल व्यक्ति हो सकते हैं और रहेंगे तो शायद वह कभी कम ही नहीं सकता हमेशा गरीब का गरीब ही रहेगा अगर मन में ठान ले कि मुझे अमीर होना है तो संसार की कोई ताकत है अमीर होने  से नहीं रोक सकती दे सकते उसके अंदर जुनून होना चाहिए
 जब हम पहली बार कॉलेज जाते हैं तो हमारे मन में यही विचार घूमता रहता है कि मैं इस युग के हूं मैं ग्रेजुएट हो ही नहीं सकता  कुछ लोग कॉलेज से पहले ही पढ़ाई छोड़ देते हैं  मैं भी उन्हीं में से एक हूं कॉलेज में दाखिल हो गया हूं यही भूल की है इस प्रकार के विचारों को लेकर  ही यदि वह कॉलेज में जाता है तो कोई भी उससे उसकी सहायता नहीं कर सकता इतना ही धन्य किया जाए इतना ही अवसर आ जाए कितने ही लोग उसकी सहायता करें परंतु जब तक उसमें आत्मविश्वास की कमी है तब तक वह कुछ भी नहीं कर सकता और उसका परीक्षा में उत्तीर्ण होना असंभव है जो नवयुवक यही सोचता रहता है करने का क्या लाभ है मैं कभी  अफसर नहीं बन सकता  वह सचमुच कभी अफसर के पद तक नहीं पहुंचेगा उसे तो नीचे ही नौकरी पर ही रहना पड़ेगा बहुत से नवयुवक जोश में आकर वकील या व्यापारी का निश्चय कर लेते हैं इसमें दृढ़ संकल्प की वीरता नहीं होती है एक-दो दिन तो मेहनत करते हैं बाद में टाय टाय फिश उन्हें अवसर मिला था कि वे अपने  निश्चय को करते अपने रिश्ते को पूर्ण करने का प्रण करते दृढ़ प्रतिज्ञा करते की अपने लिए उन्होंने जो उद्देश्य चुना है उसे अवश्य पूर्ण करेंगे फिर इसके लिए चाहे रात दिन भावना पड़े कठोर परिश्रम करना पड़ेगा वह सब कुछ करते हैं और अपनी प्रतिज्ञा निरंतर दोहराते रहते हैं कि उन्हें सफल होना है एक समय था जब वे चाहते  तो अपनी दुनिया बदल सकते थे किंतु उन्होंने लापरवाही अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझा अपने उत्तरदायित्व को नहीं निभाया फिर भी भला कैसे सफल हो सकते थे ऐसे भी नवयुवक है जो अपने धंधे में पति से उत्साह से है उल्लास से भर कर यह बड़े प्रेम से कार्य में  लगन से लगे रहते हैं वह अपने निश्चय पर रहते हैं निरंतर प्रयत्न करना उनका स्वभाव ही हो जाता है और 1 दिन में उन्नति के शिखर पर होते हैं हम महान सफलताओं तथा उन्हें प्राप्त करने वाले महान कार्यकर्ताओं का विश्लेषण करें तो उनमें सबसे श्रेष्ठ योग्यता आत्मविश्वास ही है जिस व्यक्ति को अपनी कविता पर अटूट विश्वास होता है जोलो लगता है कि जिस काम को वह हाथ में लेकर उसे अवश्य ही पूर्ण करेगा चाहे पहलवानों को है विश्वास अत्यधिक ही प्रतीत होता है फिर भी वह व्यक्ति अवश्य सफल होगा बहुत से व्यक्ति धुन के पक्के होते हैं उन्हें अपने कार्य कुशलता पर गंभीर विश्वास होता है चाहे लोग उनके इस विश्वास को मूर्खतापूर्ण ही  कहे फिर भी वे लग्न के इतने पक्के होते हैं कि अपने पथ से विचलित नहीं होते अपने अटूट आत्मविश्वास के बल पर सफल होकर दिखाते हैं केवल आत्मविश्वास से अर्थात अर्थात्अपनी शक्तियां पर भरोसा करने से ही काम पूरा नहीं होता अपने विश्वास का दूसरों पर प्रभाव जमाना भी नितांत आवश्यक है यदि दूसरों को एहसास हो जाएगी हमारा आत्मविश्वास अटूट है और हम अपने उद्देश्य में सफल होकर ही रहेंगे तो वह सब प्रकार से हमारे सहायक होते हैं संसार विजय व्यक्ति पर विश्वास करता है आत्मविश्वास अपने प्रति इमानदार होता है और लोग भी उसके प्रति ईमानदार होते हैं आत्मविश्वास व्यक्ति के  आकार चेष्टा भाषण चाल ढाल और  हाव भाव से गहरा  विश्वास प्रगट होता है  उसकी प्रत्येक चेष्टा आत्मविश्वास की भावना को प्रतिबिंबित करती है और लोग उससे अत्यंत एक होकर से नेता मानने लगते हैं उसकी आज्ञा का पालन करने में  गर्व अनुभव करते हैं  हम उन्हें व्यक्तियों से प्रभावित होते हैं जो अपनी शक्ति से हमें प्रभावित करते हैं यदि उनके अपने मन संशय या है से भरे होते तो उनका हम पर अच्छा प्रभाव नहीं  पढ़ सकता कुछ व्यक्ति अपनी उपस्थिति से ही विजय के भावनाओं का  संचार कर देते हैं प्रथम दर्शन से ही वे हमारा विश्वास जीत लेते हैं वह अपनी शक्तियों को प्रतिबिंबित करते हैं अतः हमें उनकी शक्तियों पर विश्वास हो जाता है सब प्रकार के कार्यों में दूसरों पर अपना विश्वास  जमाना पड़ता है  इसे साख कहते हैं औ  साख से बड़ी पूंजी और कोई नहीं है जीवन कुछ दिनों का है समय कम है हर एक अपने काम के पीछे दौड़ रहे हैं किसी को इतना समय नहीं है कि वह आराम से बैठकर हमारे गतिविधियों का विस्तार से विश्लेषण करें तथा अधिकांश लोग हमारी मुखाकृति तथा हाव भाव से ही हमारी कार्यकुशलता यह कुशलता हमारी योग्यता योग्यता का अनुमान करते हैं यदि हम उन पर विश्वास का सिक्का जमाते हैं तो  वे  हम पर विश्वास करते हैंइसके विपरीत यदि स्वयं हमें अपने पर विश्वास नहीं हम स्वयं संदेह है और  हम संशय  से ग्रस्त है स्वयं  दुलमुल  है या  शिथिल है तो लोगों को क्या पड़ी है कि वे हम पर विश्वास करें और हमारी सहायता करें एक डॉक्टर के लिए यह आवश्यक नहीं है कि वह हर रोगी को विस्तार से बता
एं कि उसने समस्त चिकित्सा प्रक्रिया का उचित रूप से पालन किया है अच्छे डॉक्टर का चेहरा देखते ही रोगी को उस पर विश्वास हो जाता है कि वह ठीक इलाज करेगा जिस व्यक्ति के मुख मंडल से ही यह धड़कता है कि वह सिद्धांत का पक्का है अपने पति से कभी विचलित नहीं हो सकता तो संसार उस पर ही विश्वास करता है लोग  उनकी बातों को सच मानते हैं और उसकी इच्छा के अनुसार काम करने लगते हैं इस प्रकार आत्मविश्वास जी को दूसरों की शक्तियां भी अनायास ही प्राप्त हो जाती है अपनी योग्यता को स्वीकार करना दूसरों के प्रति संध्या उत्पन्न करना अपनी सफलताओं का बखान करना अपने पर भरोसा नहीं करना है अशिथिरचित्तता का प्रदर्शन करना ये  ऐसे दोष  हैं जो व्यक्ति को  असफलता की ओर ले जाते हैं बहुत से लोग इसलिए असफल हो जाते हैं की अपने आकार प्रकार से ही निराश और व्यथित प्रतीत होते हैं उन्हें अपने योजना पर विश्वास नहीं होता तो दूसरे उन पर विश्वास कैसे कर सकते हैं यदि आप सुबह ही अपना मूल्य कट आते रहते हैं अपने को घटिया दीन मलीन समझते रहते हैं तो निश्चय जानिए दूसरों को क्या पड़ी है कि आप का मूल्य बढ़ाया उचित मूल्यांकन करें ऐसा एक व्यक्ति नहीं है जो दूसरों की नजर में गिरा था रहा हूं फिर भी उसका कोई महान कार्य किया हो आपसे जितना काम पाने की हम आशा करते हैं उससे अधिक काम कर सकते हैं यदि आप अपने से महान कार्य संपन्न करने की आशा करते हैं अपने शक्तियों से उन कार्यों को पूर्ण करने की मांग करते हैं अपनी  इच्छा अनुसार परिणाम प्राप्त करने में अवश्य ही सफल होंगे यदि आपको विश्वास है कि आप विशेष व्यक्ति हैं आप साधारण लोगों की भीड़ में नहीं है दिन है आप आम लोगों की तरह आराम पसंद या नीचे जाने वाले नहीं है तो आपको अपनी दुर्बलता ओं पर विजय प्राप्त करनी होगी विशेष कार्य करने के लिए प्रयत्न भी विशेष होना चाहिए 

जो लोग अपने को धूल के कन के समान छोटा समझते हैं मन में उन्नति किया था निरंतर  मरती रहती है जैसे उनकी भावना की है वैसे ही उसकी  मुख मुद्रा होती है  आपने जो अपना मूल्य क्या कर रखा है उससे अधिक मूल्य आपको नहीं मिल सकता आपने अपनी योग्यता का जो अनुमान लगाकर रखा है  आपसे अधिक अनुमान दूसरे भी नहीं कर सकते आपके मन में जितना आपका प्रभाव है उससे अधिक भाव दूसरों पर भी नहीं हो सकता आप अपने को बहुत साधारण समझते हैं तो आपके चेहरे से अत्यंत साधारण व्यक्ति जैसा ही प्रकट होगा यदि आप अपना सम्मान नहीं करते तो ऐसा भाव आपकी मुख्य मुद्रा  से टपकेगायदि आप अपने को गरीब और दरिद्र समझते हैं तो आप धनी कैसे बन सकते हैं आपके मन में आप जिन गुणों तथा  योग्यताओं का भंडार समझते हैं आप के आकार प्रकार से वही गुण प्रकट होंगे वही योग्यताएं जल के लिए आप अपने मन में गुणों योग्यताओं कार्य शक्तियों का चिंतन करेंगे अपने को समर्थ मानेंगे तो वैकुंठ योग्यताएं तथा कार्य शक्तियां एक दिन आपको अवश्य ही प्राप्त होगी क्योंकि आप का यत्न बाद में शुरू होता है और विचार पहले उत्पन्न होते हैं यदि आप चाहते हैं कि लोग आपको महान समझे तो आप के मुख मंडल की आभा झलकनी चाहिए समस्त उपलब्धियों का मूल आधार आत्मविश्वास हो जाता है जिसे अपने ऊपर विश्वास हो जाता है वह बहुत सी दुविधाओं  से छुटकारा पा लेता है आत्मविश्वास सच्चा कवच है जिसके कारण मनुष्य बहुत सी चिंताओं से छूट जाता है सफलता के लिए स्वतंत्रता आवश्यक है आत्मविश्वास ही ऐसी स्वतंत्रता प्रदान करता है आत्मविश्वास ही सफलता के भवन के लिए का पत्थर है आत्मविश्वास पद की बाधाओं को दूर करने का महामंत्र है अपने पर भरोसा कीजिए आत्मविश्वास का सहारा लेकर कार्य में प्रवृत्त हो जाइए लोग प्रसन्ता पूर्वक आपकी सहायता करेंगे कर्ता  और कर्म को एक सूत्र में बांधने वाले सबसे बड़ी शक्ति आत्मविश्वास ही है करम रहना के लिए आत्मविश्वास अनिवार्य है आत्मविश्वास साधन स्रोतों के द्वार खोलता है इसके बल पर मानव असीम शक्तियों का पुंज  हो जाता है आत्मविश्वास द्वारा अपने चरित्र को ऊंचा उठाइए सहायक और साधन आपको स्वयं मिल जाएंगे और आप अपने कार्य में अवश्य ही सफल होंगे धन की लालसा सबसे पहले मन में उत्पन्न होती है यदि मन उसके विरुद्ध सक्रिय है तो धन संपन्न होना असंभव है चाहना कुछ पता करना कुछ यह घातक स्थिति है जो व्यक्ति करीब रहने की आशा करता है या आधे गरीबी किस तिथि को मंजूर कर लेता है वह कभी भी विपुल धन संपदा का स्वामी नहीं बन सकता यदि आप किसी वस्तु की आशा नहीं करते तो आप कैसे उस से प्राप्त करेंगे जब अपनी एक-एक पग है सफलता की ओर बढ़ता जाता है तो आप सफलता के मंदिर तक पहुंचेंगे आपने अंधकार की ओर किया हुआ है मेरा से आप का चित्र बड़ा हुआ है आप किताब रखी है कर्म नेता से भरी हुई है आप उल्टी दिशा की ओर बढ़ रहे हैं फिर आपकी सारी शक्तियां बेकार हो जाएगी और आपकी सारी योग्यता व्यर्थ सिद्ध हो जाएगी तो इसमें आश्चर्य ही क्या है