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सौम्या देर से घर का दरवाजा खटखटा रहे थे पता नहीं आज मां के दर जाकर बैठ गई है वह सोच रही थी तभी दरवाजा खोलकर मां लड़खड़ाते हुई वापस लौटने लगी और जाकर पलंग पर लेट गई तभी सौम्या ने अपनी मां के पास बैठते हुए पूछा क्या बात है मां।
उसने देखा कि मां की आंखें लाल थी चेहरा तो पूरा था उसने उनके माथे पर हाथ रखा तो वह भी गरम पाया
मां पर कंबल डालते हुए वह बोली मां तुम्हें तो बहुत तेज बुखार लगता है तो मैं आराम करना चाहिए
कुछ देर तक वह मां के हाथ पैर शहला टी रही पर उनकी बेचैनी निरंतर बढ़ती ही जा रही थी सौम्या ने पूछा कि क्या कोई दवा ली है तो उन्होंने मना कर दिया दोपहर का समय था डॉक्टर की दुकानें भी बंद हो गई थी किसी को बाजार भेजकर बुखार उतारने की कोई दवा मंगा लेती हूं सौम्या ने मन ही मन सोचा
तभी पड़ोसन केक महिला सौम्या की मां से मिलने आई वे उनकी सहेली थी उनका तेज बुखार देखकर वह भी परेशान हो गई माथे पर बराबर ठंडे पानी की पट्टी रखी पर उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं आया
सो मैंने कहा मैं दवा लेकर आती हूं तो उस महिला ने बोला दवा तो मेरे पास रखी है बहुत अच्छी है उससे जल्दी ही बुखार उतर जाएगा कुछ दिनों पहले मुझे भी तेज बुखार आया था तो डॉक्टर ने दवा दी थी कहो तो ला दूं। सौम्या तो वैश्य भी घबरा रही थी उन्होंने जल्दी से उस महिला के घर जाकर वह दवाई लाती और एक खुराक मां को दे दी थोड़ी देर बाद उनकी आंख लग गई लगा जैसे बुखार कम हो गया वह महिला भी अपने घर चली गई
सोनिया की चिंता थोड़ी कम हुई पर अभी एक घंटा भी नहीं देता था कि मां घबराकर उठ गई वह पसीने से नहा रही थी उसके बदन पर छोटे छोटे दाने निकल गए थे चेहरा लाल पड़ गया था वह देखकर सौम्या बहुत परेशान हो उठे तभी उनके पिता जी ऑफिस से आ गए वह तुरंत ही डॉक्टर को बुलाने चले गए भाग्य डॉक्टर भी जल्दी ही आ गया उसने अच्छी प्रकार से सोमनाथ की मां का निरीक्षण किया सौम्या ने  यह भी बता दिया था की उसने डॉक्टर की दवा की एक गुड़िया बुखार उतारने के लिए दी है
ओ है तो यह गुड़िया का असर है थोड़ी देर और हो जाती तो फिर न जाने क्या होता डॉक्टर ने कहा
उसने तुरंत रोगी के इंजेक्शन लगाया दवा देखकर वह रोगी के पास बैठा रहा जिससे उसे की स्थिति कनेक्शन हो सके 1 घंटे बाद वह बोला अभी खतरे के बाहर है जो दवा मैंने इन्हें दी है वह निश्चित समय पर देते रहे और कल फिर मुझे दिखाएं
फिर उन्होंने सौम्या को समझाया कि किसी भी बीमारी में ने स्वयं और नहीं किसी दूसरे को इस प्रकार दवाई नहीं देनी चाहिए पहले डॉक्टर की सलाह है लेने आवश्यक है छोटी-छोटी बीमारी में भी उसी दवा का प्रयोग करना चाहिए जिसके बारे में हमें पूरी जानकारी हो अच्छा तो यही है कि डॉक्टर की सलाह से दवाई दी जानी चाहिए विशेष रूप से जब कोई रोगी बड़ा हो तो डॉक्टर से परामर्श लेना अनिवार्य है साथ ही कुछ समय रखी हुई दवा का जिसकी प्रयोग की तिथि निकल चुकी है या किसी के द्वारा दी गई दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए उन्होंने बताया की सौम्या की मां को जो दवाई दी गई है संभवत उसकी प्रयोग की तिथि निकल चुकी थी साथ ही उन्हें अनुकूल भी मैं पड़ी थी और उस उस दवा का उसकी मां पर बुरा असर हो गया था जिसके कारण उनके शरीर पर छोटे-छोटे दाने हो गए थे यदि वह समय पर ना आते तो बहुत कठिनाई हो जाती सौम्या और उसके पिताजी ने ईश्वर को धन्यवाद दिया की समय पर सौम्या की मां का सही उपचार मिल सका
उन्होंने सौम्या से कहा की बेटे डॉक्टर की बात को कभी मत भूलना 
शिक्षा:-  दोस्तों जब हम किसी मेडिकल की दुकान पर दवाई लाने जाते हैं तो अक्सर हम उस दवाई की स्पाइसजेट को चेक करना भूल जाते हैं गलती हमारे लिए बहुत हानिकारक भी होती है अक्सर देखा जाता है की जब हमारे परिवार में या आसपास के समाज में जब कोई बीमार हो जाता है तो हम घर में पढ़ी हुई पुरानी दवाई को उस व्यक्ति को दे देते हैं हम यह भी नहीं चेक करते की वह दवाई कितनी पुरानी है और उसके एक्सपायरी डेट खत्म हुई है या नहीं कोई सिर्फ यही चेक करते हैं कि यह दवाई उस बीमारी की है यह ना समझे हमारे लिए बहुत हानिकारक हो सकते हैं इसके लिए हमें खास तौर पर दवाइयों के मामले में सजगता दिखानी चाहिए जिससे हम अपने परिवार यह मोहल्ले में यह समस्या से छुटकारा पा सकते हैं यही घटना सिर्फ सोमनाथ के साथ ही नहीं घटी अपने साथ भी घट सकती है इसलिए हमें सजग रहना चाहिए